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आराध्या मन्नत टाउनशिप का नक्शा हो सकता है अस्वीकृत

 

दूसरे की जमीन को अपना बता कर धोखे से कराया था नक्शा पास, शिकायत पर जांच शुरू

आराध्या डेवलपर्स ने पहले भी शासकीय नाले की भूमि कब्जाई थी

अनोखा तीर देवास। शहर के पश्चिमी क्षेत्र इटावा में विकसित हो रही आराध्या मन्नत कॉलोनी फिर विवादों में घिरती दिखाई दे रही है। इस बार धोखाधड़ी कर दूसरे की जमीन को अपना बता मुख्य मार्ग उस पर दर्शाने का आरोप कॉलोनाइजर पर लगा है। इस धोखाधड़ी के कारण कॉलोनी के स्वीकृत नक्शे पर अस्वीकृत होने की तलवार लटकती नजर आ रही है। 

जमीन मालिक अब्दुल रऊफ कामदार के दस्तावेज अगर देखे जाएं तो उससे स्पष्ट होता है कि आराध्या मन्नत कॉलोनी के पास मुख्य मार्ग के लिए 4.88 मीटर भूमि ही राजस्व विभाग में दर्ज है। जबकि कॉलोनाइजर द्वारा 9 मी चौड़ा रोड मुख्य मार्ग बनाने के लिए पड़ोसी की जमीन सर्वे क्र 51/1/1 नक्शे में अपनी दर्शा कर धोखाधड़ी से नक्शा पास करवा लिया है। जिसकी शिकायत जमीन मालिक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से भी मैं दस्तावेजों के साथ की है। इसी विषय को लेकर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग जल्दी ही कॉलोनाइजर से भू स्वामित्व के दस्तावेज मंगाकर जांच करेगा। संभावना है कि आराध्या मन्नत कॉलोनी का मानचित्र अस्वीकृत हो सकता है। भू माफिया की तर्ज पर काम करते हुए कॉलोनाइजर ने यह सब खेल रचा है। 

विवादों से पुराना नाता रहा है आराध्य डेवलपर्स का 

आराध्या मन्नत कॉलोनी ही नहीं आराध्या डेवलपर्स की पूर्व कॉलोनी आराध्या रेसिडेंसी में भी शासकीय नाले की भूमि पर कब्जा करने का मामले ने काफी तूल पकड़ा था। लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारियों से सांठ-गांठ कर उस मामले को भी रफा दफा कर कागजों में ही दफन कर दिया गया। उस नाले की भूमि से कब्जा छोड़ा या नहीं यह भी जांच का विषय है। आराध्या मन्नत कॉलोनी का भविष्य अंधेरे में जाता नजर आ रहा है जिससे इस कॉलोनी में इन्वेस्ट करने वालों की परेशानियां बढ़ती दिखाई दे रही है।

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